1. सीखने और ज्ञान  को बढ़ावा देना:-

शिक्षा युवाओं के जीवन में सीखने और ज्ञान को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण साधन है।

2. आवश्यक कौशल और क्षमताओं का विकास करना:-

शिक्षा युवाओं को आवश्यक कौशल और क्षमताओं का समृद्धिपूर्ण विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

3. चरित्र एवं नैतिक मूल्यों का निर्माण:-

शिक्षा युवाओं के चरित्र एवं नैतिक मूल्यों का संवर्धन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

4.अवसरों के द्वार खोलना:-

शिक्षा व्यक्ति के जीवन में अवसरों के द्वार खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

5.व्यक्तिगत विकास और आत्म-साक्षात्कार का पोषण:-

शिक्षा व्यक्ति को उसके व्यक्तिगत विकास और आत्म-साक्षात्कार की ओर प्रवृत्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

6.सामाजिक एवं आर्थिक गतिशीलता को बढ़ावा देना:-

शिक्षा सामाजिक एवं आर्थिक गतिशीलता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

7.आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान कौशल:-

आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान कौशल का विकास व्यक्ति को समस्याओं का सामना करने और उन्हें सुलझाने के लिए सकारात्मक तरीके से सोचने में मदद करता है। 

8.कार्यबल में कौशल की कमी को पूरा करना:-

कार्यबल में कौशल की कमी को पूरा करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो व्यक्ति को अपने क्षमताओं को सुधारकर, नए कौशल प्राप्त करके, और स्वयं को समृद्धि में मदद करने का माध्यम प्रदान करती है। 

9.जिम्मेदारी और सहानुभूति की भावना पैदा करना:-

जिम्मेदारी और सहानुभूति की भावना पैदा करना व्यक्ति के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। 

पर्यावरण जागरूकता और संरक्षण को बढ़ाने के लिए लोगों को विभिन्न प्रयासों में समर्थ बनाना महत्वपूर्ण है।