सकारात्मक सोच: Positive thinking

सकारात्मक शब्द के कई अर्थ हैं जैसे खुश रहना,मुस्कुराना ,अच्छे और सकारात्मक सोच जब हमारे मन में सकारात्मक विचार आते हैं तो  यह हमारे चेहरे पर एक मुस्कान आजाती है और हम अपने आप को उर्जावान महसूस करते हैं| सकारात्मक होने से हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है और हम किसी भी काम को आसानी से पूरा कर लेते है जो हमें सफलता की और ले जाने में सहयोग करता है| अक्षर देखने में आता है कि सकारात्मक सोच वाला इंसान बड़ी से बड़ी समस्या का हल आसानी से निकाल लेता है और ऐसा कभी महसूस नहीं होने देता है कि कभी कुछ परेशानी हुई थी|

इसलिए हमेशा जब भी हमें लोगों को चुनना पड़े तो ऐसे ही सकारात्मक लोगों की संगती का चुनाव करना चाहिए क्योंकि ये वो लोग होते है जो खुद के साथ -साथ आपको भी हमेशा सकारात्मकता से भरपूर रखेंगे| ज्यादातर देखने में यह आता है कि जो लोग खुद ही सकारात्मक नहीं होते वो दूसरों के बारे में भी हमेशा नकारात्मक भावना ही अपने मन में रखते है और किसी भी काम को करने से पहले यही सोचते हैं कि यह काम तो मैं नहीं कर सकता और दूसरों के बारे में भी यही धारणा बना लेते हैं की जो काम मेरे से नहीं हुआ उसको कोई दूसरा कैसे कर सकता है|

हमारे लिए आशावादी होना और अपने भीतर सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना बहुत महत्वपूर्ण है |जो लोग सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं वे स्वयं और दूसरों के भीतर अच्छाई देखते है तथा महसूस करते हैं| दूसरों के बारे में अच्छा सोचते है,उनके गुणों के बारे में सोचते है और हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार रहते हैं|

सकारात्मक सोच

सकारत्मक सोच(Positive thinking) विकसित करने के कुछ तरीके हैं:

 

1. हमेशा अच्छे लोगों के साथ रहें जो सकारत्मक सोच रखने वाले हो:- आज के समय में ज्यादातर लोग नकारात्मक सोच रखने वाले व अविश्वासी होते हैं उनको हर व्यक्ति में कोई न कोई कमी दिखाई देती है अत: कोई व्यक्ति चीजोंघटनाओं और लोगों को कैसे देखता है। वे जिन लोगों से जुड़ते हैंउनका व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव पड़ता है। अगर कोई सही तरीके से सोचना चाहता हैतो गलत भीड़ से दूर हटें और ऐसे लोगों से जुड़ेंजो सकारात्मक सोच रखते हैं।

2. अपनी सोच का दायरा बढ़ाएं:- व्यक्ति की सोच ही जीवन के प्रति दृष्टिकोण को निर्धारित करती हैं। लोग दुनिया को वैसे ही देखते हैं जैसे वे हैं। उनकी मान्यताएं उन्हें वापस दर्शाती हैं। अगर दुनिया के बारे में किसी का विश्वास अच्छा हैतो वह वही होगा जो कोई देखेगा। इसलिएराय बदलने के लिएलोगों को अपना माइंड-सेट बदलना होगा और अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा|

3. बुरे अनुभवों को भूल कर फिर से सोचना शुरू करें:- अगर किसी व्यक्ति के जीवन में कोई बुरी घटना घटी हो या किसी दूसरे के साथ घटी हो तो लोग उसी घटना के आधार पर पर चीजों को आंकते हैं। वे अब और नहीं सोचते। हमेशा उसी का रोना रोते रहते हैं और जीवन में आगे बढ़ने के अवसर भी मिले तब भी आगे की नहीं सोचते|सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित किया जा सकता है अगर लोग फिर से अपने मस्तिष्क का उपयोग करना शुरू कर दें। लोगों को अपने मनचेतना की स्थिति और आंतरिक मानचित्र को बदलना चाहिए।

4. सकारात्मक सोचें:- जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण रखने का तरीका यह सुनिश्चित करना है कि व्यक्ति सकारात्मक सोच रखता है। ऐसे कई लोग हैं जो अपने जीवन में विभिन्न समस्याओं के बारे में चिंता करते रहते हैं। चिंता करने से कभी भी किसी समस्या का समाधान नहीं होता इसलिए हमेशा सकारात्मक सोच रखें|

5. सकारात्मक और प्रेरक पुस्तकें पढ़ें:- सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक सकारात्मक पुस्तकों को पढ़ना है। ये पुस्तकें लोगों को प्रोत्साहित करनेप्रेरित करने और सिखाने के लिए काम करती हैं। पढ़ने के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति स्थिर और केंद्रित रहेऔर किसी सकारात्मक चीज़ पर ध्यान केंद्रित करने सेदिन भर सकारात्मक सोच रखने में मदद मिलती है।

 

निष्कर्ष:- हमारे लिए आशावादी होना और अपने भीतर सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना बहुत महत्वपूर्ण है |जो लोग सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं वे स्वयं और दूसरों के भीतर अच्छाई देखते है तथा महसूस करते हैं| दूसरों के बारे में अच्छा सोचते है,उनके गुणों के बारे में सोचते है और हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार रहते हैं|

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