भारत अपनी जीवंत और विविध संस्कृति के लिए जाना जाता है, और देश भर में कई लोकप्रिय मेले और त्यौहार(Fairs and Festivals) मनाए जाते हैं। ये मेले पारंपरिक कला, शिल्प, संगीत, नृत्य और व्यंजन सहित भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से हम भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय मेलों के बारे में जानेंगे।
भारत के 6 लोकप्रिय मेले और त्यौहार:
कुंभ मेला: कुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। इसका आयोजन 12 साल में चार अलग-अलग स्थानों पर होता है: प्रयाग राज (पूर्व में इलाहाबाद), हरिद्वार, नासिक और उज्जैन। लाखों श्रद्धालु पवित्र नदियों में डुबकी लगाने के लिए इकट्ठा होते हैं, उनका मानना है कि इससे उनके पाप धुल जाएंगे।
पुष्कर मेला: राजस्थान के पुष्कर शहर में आयोजित होने वाला पुष्कर मेला एक प्रसिद्ध पशुधन मेला और सांस्कृतिक उत्सव है। यह व्यापारियों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों सहित हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है। मेले में रंगीन बाज़ार, ऊँट दौड़, पारंपरिक संगीत और नृत्य प्रदर्शन और प्रतिष्ठित पुष्कर ऊँट मेला शामिल हैं।
सूरजकुंड शिल्प मेला: सूरजकुंड शिल्प मेला दिल्ली के पास आयोजित होने वाला एक वार्षिक मेला है जो भारतीय हस्तशिल्प और लोक परंपराओं की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करता है। भारत के विभिन्न राज्यों के कुशल कारीगरों ने अपने अद्वितीय शिल्प, वस्त्र, मिट्टी के बर्तन, पेंटिंग और बहुत कुछ प्रदर्शित करने और बेचने के लिए स्टॉल लगाए।
गोवा कार्निवल: गोवा कार्निवल गोवा में मनाया जाने वाला एक जीवंत और जीवंत त्योहार है, जो अपने पुर्तगाली प्रभाव के लिए जाना जाता है। कार्निवल में झांकियों, सड़क प्रदर्शन, पारंपरिक संगीत और नृत्य के साथ रंगीन परेड होती हैं। यह लेंट की शुरुआत से पहले मौज-मस्ती और उल्लास का समय है।
सोनपुर मेला: सोनपुर मेला, जिसे सोनपुर पशु मेला भी कहा जाता है, बिहार के सोनपुर में आयोजित किया जाता है। इसे एशिया के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक माना जाता है। यह मेला व्यापारियों, किसानों और पर्यटकों को आकर्षित करता है जो हाथी, घोड़े, पक्षियों और अन्य जानवरों सहित विभिन्न जानवरों को खरीदने और बेचने के लिए आते हैं।
पुरी रथ यात्रा: पुरी रथ यात्रा पुरी, ओडिशा में मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध रथ उत्सव है। यह भगवान जगन्नाथ को समर्पित है और इसमें देवताओं को ले जाने वाले रथों का भव्य जुलूस शामिल होता है। यह त्यौहार भक्तों की भारी भीड़ को आकर्षित करता है जो सड़कों से रथ खींचते हैं।