काला धन,जिसे अंग्रेजी में black money कहा जाता है। वह धन जो अवैध तरीकों से अर्जित किया गया हो तथा जिसे व्यावहारिक रूप से आयकर विभाग की नजर से छुपाया गे हो। इस धन का लेखा-जोखा सरकारी आंकड़ों में कहीं नहीं होता। काला धन किसी भी अर्थव्यवस्था के विकास में बाधक होता है,साथ ही देश के सीमित वित्तीय साधनों को अवांछित दिशा में मोड़ देता है।
1. आपराधिक गतिविधिया:- इसमें अवैध साधनों का इस्तेमाल कर जुटी गई राशि कला धन कहलाती है।
इसमें अपहरण,नशीली दवाएं,अवैध खनन,जालसाजी,भ्रष्टाचार और घोटले मुख्य रूप से आते है।
2.वास्तविक आय को छुपाना:-काले धन का दूसरा तरीका है कर बचाने के लिए आय की जानकारी आयकर विभाग से छुपाना। इसमें व्यक्ति आयकर बचाने के लिए अपनी वास्तविक आय को छुपाता लेता है और बहुत कम आय की जानकारी विभाग को देता है। जिस राशि पर आयकर नहीं दिया जाता वो कालाधन कहलाता है। भारत में पैदा होने वाले काले धन का सबसे बड़ा कारण यही है। काला धन व्यक्तियों की पहुँच और धन की मात्रा पर भी निर्भर करता है कि वो इसको किस प्रकार से छुपाते है।
लोग काला धन को कई प्रकार से उपयोग में लाते हैं ताकि उनका धन सुरक्षित रहे।
1.करेंसी का संगृह करके:-काला धन इकट्ठा करने में लोग करेंसी का संगृह करते है जो पैसे नकद रूप में प्राप्त करते है। नकद लेन-देन को आयकर विभाग भी नहीं पकड़ पाता है| इस तरह के पैसे भ्रष्टाचार या हवाला के द्वारा इकट्ठा किया जाता है। इसप्रकार बाज़ार की मुद्रा का बहुत बड़ा हिस्सा कला धन के रूप में लोग अपने घरों या ऑफिस में छुपा लेते है जो अर्थव्यवस्था के लिए बहुत नुकसानदायक है।
2.सोना,चाँदी आदि बहुमूल्य धातुओं का संगृह करके:- लोग बहुमूल्य धातुओं का संगृह प्राचीन काल से ही करते आ रहे है क्योंकि यह सबसे सुरक्षित तरीका है और लोगों का पसंदीदा। बहुधातु संगृह पर मुद्रा विमुद्रीकरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और ना इनके मूल्यों में खास गिरावट आती है। इसलिए लोग काले धन को छुपाने के लिए बहुमूल्य धातुओं का संगृह करते है।
लोग काला धन को कई प्रकार से उपयोग में लाते हैं ताकि उनका धन सुरक्षित रहे।
1.करेंसी का संगृह करके:-काला धन इकट्ठा करने में लोग करेंसी का संगृह करते है जो पैसे नकद रूप में प्राप्त करते है। नकद लेन-देन को आयकर विभाग भी नहीं पकड़ पाता है| इस तरह के पैसे भ्रष्टाचार या हवाला के द्वारा इकट्ठा किया जाता है। इसप्रकार बाज़ार की मुद्रा का बहुत बड़ा हिस्सा कला धन के रूप में लोग अपने घरों या ऑफिस में छुपा लेते है जो अर्थव्यवस्था के लिए बहुत नुकसानदायक है।
2.सोना,चाँदी आदि बहुमूल्य धातुओं का संगृह करके:- लोग बहुमूल्य धातुओं का संगृह प्राचीन काल से ही करते आ रहे है क्योंकि यह सबसे सुरक्षित तरीका है और लोगों का पसंदीदा। बहुधातु संगृह पर मुद्रा विमुद्रीकरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और ना इनके मूल्यों में खास गिरावट आती है। इसलिए लोग काले धन को छुपाने के लिए बहुमूल्य धातुओं का संगृह करते है।
3.अचल सम्पति के रूप में:-कुछ लोग काला धन को छुपाने के लिए अचल सम्पति पर निवेश करते है| अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम से जगह-जगह जमीन खरीद लेते है जिससे सरकार भी पता नहीं लगा पाती है। आजकल यह तरीका बहुत लोकप्रिय होता जा रहा है।
4.विदेशी बैंक में जमा कराकर:-जिनके पास पैसे बहुत ज्यादा है वो देश के साथ-साथ विदेशी बैंकों में भी अपने पैसों को जमा करा देते है क्योंकि कुछ देश ऐसे है जो आय पर आयकर नहीं लेते और अपने ग्राहकों की जानकारी सरकार को नहीं देते और ऐसे लोगों का पैसा सुरक्षित भी रहते है। ऐसे लोगों में ज्यादातर राजनीति से संबंधित या बड़े बिज़नस करने वाले लोग होते है| जो अपनी आय को सरकार से छुपाकर विदेशी बैंकों में जमा करा देते है। जिससे देश का पैसा बाहर चला जाता है और अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
5.विदेशो में अचल सम्पति या उद्योगों में निवेश करके:-कुछ लोग अपने काले धन को छुपाने के लिए विदेशों में भी अचल सम्पति खरदते हैं या फिर किसी उद्योग में निवेश करते है।काले धन को सामने लाने के लिए वर्तमान और पिछली सरकारों ने मौजूदा संस्थानों को मजबूत करने के साथ नए संस्थान और नई व्यवस्थाएं लागु की है। एंटी मनी लोंड्रिंग कानून को मजबूत बनाया गया है। काले धन को रोकने के लिए भारत वैश्विक मुहिम का भी हिस्सा बना है। काले धन से संबंधित सूचनाएं साझा करने के लिए भारत ने कई देशों से समझोते भी किये हैं।
4.विदेशी बैंक में जमा कराकर:-जिनके पास पैसे बहुत ज्यादा है वो देश के साथ-साथ विदेशी बैंकों में भी अपने पैसों को जमा करा देते है क्योंकि कुछ देश ऐसे है जो आय पर आयकर नहीं लेते और अपने ग्राहकों की जानकारी सरकार को नहीं देते और ऐसे लोगों का पैसा सुरक्षित भी रहते है। ऐसे लोगों में ज्यादातर राजनीति से संबंधित या बड़े बिज़नस करने वाले लोग होते है| जो अपनी आय को सरकार से छुपाकर विदेशी बैंकों में जमा करा देते है। जिससे देश का पैसा बाहर चला जाता है और अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
5.विदेशो में अचल सम्पति या उद्योगों में निवेश करके:-कुछ लोग अपने काले धन को छुपाने के लिए विदेशों में भी अचल सम्पति खरदते हैं या फिर किसी उद्योग में निवेश करते है।काले धन को सामने लाने के लिए वर्तमान और पिछली सरकारों ने मौजूदा संस्थानों को मजबूत करने के साथ नए संस्थान और नई व्यवस्थाएं लागु की है। एंटी मनी लोंड्रिंग कानून को मजबूत बनाया गया है। काले धन को रोकने के लिए भारत वैश्विक मुहिम का भी हिस्सा बना है। काले धन से संबंधित सूचनाएं साझा करने के लिए भारत ने कई देशों से समझोते भी किये हैं।
काला धन रोकने के उपाय:-
1.करेंसी का विमुद्रीकरण करके
2.आभूषणों में हॉलमार्क की अनिवार्यता
3.बेनामी या अवैध ढंग से अर्जित सम्पति को जब्त करके
4.किसी भी सामान की खरीददारी पर बिल की अनिवार्यता
5.सम्पति को आधार कार्ड से जोड़कर
6.कानून का कड़ाई से पालन करके